महोबा दो दिन के लिए लगाये गए लॉक डाउन अवधि में संचारी रोगों पर नियंत्रण करने के लिहाज से हर ग्राम और हर नगर निकाय के प्रत्येक घर में साफ-सफाई/ सेनेटाइजेसन के कार्य को गति प्रदान करने हेतु शासन द्वारा जनपद के लिये नामित नोडल अधिकारी / मंडलायुक्त चित्रकूटधाम गौरव दयाल ने सदर विधायक राकेश गोस्वामी एवं डीएम अवधेश कुमार तिवारी की उपस्थिति में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में अहम बैठक की।
बैठक में मंडलायुक्त महोदय द्वारा बताया गया कि लगातार बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए 13 जुलाई प्रातः 5 बजे तक लॉक डाउन लगाया गया है जिसमें जनपद के समस्त बाजार बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि वर्षा काल में डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस, ए ई एस व अन्य संक्रामक बीमारियों में अक्सर वृद्धि होती है। कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण में यदि वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम न की गई तो कोरोना का प्रभाव अत्यंत हानिकारक हो सकता है।इसलिए हम सभी को मिलकर संचारी रोगों पर नियंत्रण लगाना है।इसके लिए आवश्यक है कि पूरे जनपद में प्रत्येक जगह साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर मौजूद नगर निकाय के प्रतिनिधियों व प्रधान गणों से उन्होंने अपील करते हुए कहा कि वे लॉक डाउन अवधि में सफाई कर्मियों से डोर टू डोर जाकर नालियों आदि की साफ - सफाई कराएं तथा एन्टी लार्वा की फॉगिंग कराएं ताकि मच्छर पैदा न हो सकें साथ ही लोगों के वेक्टर जनित रोगों के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि समस्त प्रधान गण अपने पंचायत कोष से एक पल्स ऑक्सीमीटर और एक इंफ्रारेड थरमामीटर अवश्य खरीद लें और लोगों में खांसी, जुकाम एवं सांस लेने में तकलीफ जैसी बीमारियों के बारे में जानकारी लेकर जिला प्रशासन को अवगत कराएं।उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनकी सूचना तत्काल प्रशासन को दें ताकि कोरोना संक्रमण फैलने पर शीघ्र कार्रवाही की जा सके और लोगों की आवश्यक सैम्पलिंग कराई जा सके। कहा कि सभी लोग मास्क अवश्य लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बना के रखें।
डीएम ने भी जानकारी देते हुए कहा कि प्रधान गण पूर्व में बनाई गईं ग्राम सतर्कता समितियों को एक्टिव करें ताकि कोविड महामारी को रोका जा सके। लोगों की लापरवाही की वजह से ही 70 कोविड केस जनपद में आ चुके हैं, जिनमें से अधिकांश बाहर से आये हुए लोग हैं। यदि निगरानी समितियों द्वारा अच्छा कार्य किया गया होता तो हम बेहतर स्थिति में होते। उन्होंने उपायुक्त मनरेगा को निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा के तहत प्रत्येक श्रमिक को 100 दिन का अनिवार्य काम दिया जाए।जनपद को 39000 श्रमिकों को काम देने का टारगेट दिया गया है जबकि अभी तक मात्र 22000 के आसपास ही लोग मनरेगा से रोजगार प्राप्त कर पा रहे हैं, उनमें बहुत कम लोग ही 100 दिन का रोजगार प्राप्त किये हैं।उन्होंने प्रधान बन्धुओं से कहा कि वे एसडीएम से पैमाइश कराने के उपरांत ही मनरेगा से कार्य कराएं इसके लिए एसडीएम को निर्देशित भी किया गया है।यह भी कहा कि नालों में 1 मीटर गहरी ट्रेंच भी बनवाएं ताकि जल संरक्षण किया जा सके।डीएम ने प्रधान बन्धुओं से कहा कि आज से जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़ा भी शुरू हो रहा है इसलिए आप सभी से गुजारिश है कि अपने ग्राम पंचायत से कम से कम 5 नसबन्दी के केस दिलाकर जिला प्रशासन का सहयोग करें।
बैठक में विधायक सदर ने कहा कि बुंदेलखंड के लिए यहां के बड़े बड़े तालाब पहचान हैं और यह यहां की लाइफलाइन हैं जो अतिक्रमण के शिकार हो रहे हैं।अतः तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए।इस पर डीएम ने सभी एसडीएम को सख्त निर्देश दिया कि वे अपनी क्षेत्रान्तर्गत आने वाले तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में मा० जिला पंचायत अध्यक्षा ममता यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह सेंगर, कोऑपरेटिव के चैयरमेन चक्रपाणि त्रिपाठी, अध्यक्षा नगरपालिका महोबा दिलाशा तिवारी, प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह, सीडीओ हीरा सिंह, एडीएम आरएस वर्मा सहित समस्त एसडीएम, बीडीओ व अन्य अधिकारी गण तथा प्रधान गण मौजूद रहे।
