सरकार द्वारा जारी सूची के अनुसार मुजफ्फरनगर के जगदीश पांचाल, मेरठ के हरवीर पाल, अमरोहा के चंद्रपाल खडगवंशी, गौतम बुद्ध नगर के विजेंद्र भाटी, आगरा के राकेश कुशवाहा, झांसी के जगदीश साहू, चित्रकूट के रामरतन प्रजापति, बलराम मौर्य और रघुनंदन हैं. अयोध्या के चौरसिया, चंदौली के शिवमंगल बियार, बलिया के देवेंद्र यादव, देवरिया के डॉ त्रिगुणायक विश्वकर्मा, गोरखपुर के राम जियावान मौर्य, फतेहपुर के राधेश्याम नामदेव, अंबेडकरनगर के धर्मराज निषाद, कानपुर के अरुणपाल, मैनपुरी के डॉ ममता राजपूत लोधी, घनश्याम मथुरा के लोधी, सहारनपुर सपना कश्यप, बुलंदशहर के रवींद्र राजौरा, बस्ती के शिवपूजन राजभर, मुरादाबाद के गिरीश वर्मा, कानपुर के रमेश वर्मा निषाद, प्रयागराज के जवाहर पटेल, बौर वाराणसी के नरेंद्र पटेल को आयोग के सदस्य के रूप में नामित किया गया है.
इससे पहले योगी सरकार ने बुधवार को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग का गठन किया, आगरा भाजपा नेता रामबाबू हरित को आयोग का अध्यक्ष और शाहजहांपुर के मिथिलेश कुमार और सोनभद्र के राम नरेश पासवान को आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया. इसके अलावा अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग में भी 15 सदस्यों की नियुक्ति की गई है।
हीरा ठाकुर और प्रभुनाथ चौहान होंगे उपाध्यक्ष, 25 सदस्य भी मनोनीत